जिसका जीवन
कम से कम चार दशकों का था
कि
गिलहरियाँ अच्छी प्रेमिका नहीं बन सकती
उनकी सोच एक पेड़ और
उसके इर्द गिर्द ही होती है
उन्हें अपने परिवेश से प्रेम सिखाया गया है
उन्हें प्रेम में सापेक्ष या निरपेक्ष होना नहीं सिखाया गया
उन्हें सिखाया गया है
इस सीमा से दूर नहीं जाना
उन्हें ये भी सिखाया गया की
अच्छे बीजों की तलाश में
दूर जाना खतरनाक हो सकता है
wah !
ReplyDeleteहा हा हा हा हा हा ,क्या बात है !इतनी सुन्दर कविता सुबह सुबह एक उदास दिन को उजास करने के लिए काफी है
ReplyDeleteअवाक !
ReplyDeleteAmazing!! Kya likh diya apne!!
ReplyDeleteवाह!
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