Thursday 31 May 2012

मैं ख़ुशी हूँ ...

मुझे नहीं आता घुमा  फिरा कर कहना
ये जानती हूँ
जीने के लिए
आसपास
खुशियों का होना जरुरी है
और मेरी सारी कवायद
खुशियों के लिए है
आपकी और मेरी खुशियाँ
आप दूर रह कर सोचते होंगे
आप मुझे तंग कर रहे
अब ये सोचियेगा
इतनी देर खुशियाँ भी तो
नहीं मिली आपको
क्यूँ...
मेरा नहीं अपना सोचिये 
खुद को खुश रखना आ जायेगा जिस दिन 
आप मेरा  ख्याल भी रखना शुरू कर देंगे   ...:))

4 comments:

  1. आप मुझे तंग कर रहे
    अब ये सोचियेगा
    इतनी देर खुशियाँ भी तो
    नहीं मिली आपको
    क्यूँ...
    मेरा नहीं अपना सोचिये
    खुद को खुश रखना आ जायेगा जिस दिन
    आप मेरा ख्याल भी रखना शुरू कर देंगे ...:))

    सच मजा आ गया...!!

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  2. मैं खुशियाँ बुलाती हूँ...
    खुशियाँ सजाती हूँ...
    खुशियों के पंख लगाकर...
    तुम तक पहुँच जाती हूँ...

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